विराट कोहली: क्रिकेट का सम्राट – 2025 में टेस्ट क्रिकेट से विदाई और वैश्विक सम्मान

 

विराट कोहली: क्रिकेट का सम्राट – 2025 में टेस्ट क्रिकेट से विदाई और वैश्विक सम्मान

परिचय – विराट कोहली – एक ऐसा नाम जिसने क्रिकेट को जुनून, प्रतिबद्धता और उच्चतम स्तर की प्रतिस्पर्धा का पर्याय बना दिया। मई 2025 में जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा, तब न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया भावुक हो उठी।

करियर की शुरुआत से लेकर शीर्ष तक की यात्रा

प्रारंभिक जीवन और क्रिकेट में प्रवेश

जन्म: 5 नवंबर 1988, दिल्ली

2008: अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान

वनडे डेब्यू: 18 अगस्त 2008 बनाम श्रीलंका

टेस्ट डेब्यू: 20 जून 2011 बनाम वेस्ट इंडीज

 

विराट कोहली का अंतरराष्ट्रीय करियर (2008–2025)

टेस्ट करियर

मैच: 123

रन: 9,230

औसत: 46.85

शतक: 30

सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 254*

वनडे करियर

मैच: 302

रन: 14,181

शतक: 51 (सचिन तेंदुलकर के बाद)

औसत: 57.88

टी20 करियर

मैच: 113

रन: 4,008

औसत: 52.73

स्ट्राइक रेट: 137.96

 

कप्तानी में इतिहास रचने वाला योद्धा

टेस्ट कप्तानी में सबसे अधिक जीत (भारत): 40

विदेशों में ऐतिहासिक सीरीज जीत: ऑस्ट्रेलिया (2 बार), इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका

भारतीय टीम में फिटनेस क्रांति का जनक

विराट की उपलब्धियाँ और रिकॉर्ड्स

सबसे तेज़ 8,000 से 14,000 वनडे रन

2018 में ICC के तीनों प्रमुख पुरस्कार जीतने वाले पहले खिलाड़ी

2011 वर्ल्ड कप, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी, 2024 T20 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य

सम्मान और पुरस्कार

अर्जुन पुरस्कार (2013)

पद्म श्री (2017)

राजीव गांधी खेल रत्न (2018)

ICC क्रिकेटर ऑफ द डिकेड (2011–2020)

टेस्ट संन्यास (2025): भावनाओं से भरा विदाई क्षण

FIFA का ऐतिहासिक सम्मान FIFA World Cup के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट ने विराट कोहली की टेस्ट रिटायरमेंट पर एक विशेष पोस्ट साझा की।

इस पोस्ट में विराट की एक शतक जड़ते हुए तस्वीर को साझा करते हुए लिखा गया:

 “The Global Star of India bids adieu to Test cricket. Respect, Virat Kohli!”

यह पहला मौका था जब किसी क्रिकेटर को FIFA जैसे गैर-क्रिकेट संगठन ने इस तरह सम्मानित किया। यह दर्शाता है कि विराट सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक वैश्विक खेल आइकन हैं।

बधाई संदेशों की बाढ़

1. अनुष्का शर्मा (पत्नी)

“मैं उन आँसुओं को याद रखूंगी जो तुमने कभी नहीं दिखाए… तुमने देश के लिए जो किया, वह गर्व का विषय है।”

2. प्रेमानंद महाराज (वृंदावन)

“धन और प्रसिद्धि से अधिक शांति आत्मा की होती है, और अब तुम्हारा मन उसे खोज रहा है।”

3. सचिन तेंदुलकर

“तुमने टेस्ट क्रिकेट को फिर से गर्वित किया है। तुम्हारा जुनून प्रेरणास्पद है।”

4. राहुल द्रविड़ (हेड कोच)

“तुमने सिर्फ रन नहीं बनाए, बल्कि युवाओं को विश्वास और दिशा दी।”

5. BCCI

“कोहली, तुम एक युग हो। भारत तुम्हें सलाम करता है।”

6. विदेशी खिलाड़ी

Joe Root: “आपके साथ खेलना सम्मान की बात थी।”

Steve Smith: “क्रिकेट तुम्हारे बिना अधूरा लगेगा।”

संन्यास के बाद की शांति

रिटायरमेंट के तुरंत बाद विराट और अनुष्का वृंदावन में श्री राधा केल कुंज आश्रम पहुँचे।

वहाँ उन्होंने ध्यान, साधना और आत्म-चिंतन में समय बिताया।

कोहली अब मन की शांति और आध्यात्मिक जीवन की ओर अग्रसर हैं।

 

निष्कर्ष

विराट कोहली का करियर सिर्फ आँकड़ों की बात नहीं है, बल्कि वह संघर्ष से सफलता और क्रोध से संयम तक की यात्रा है। उन्होंने भारत को गर्व से सर उठाकर चलना सिखाया।
उनका टेस्ट क्रिकेट से संन्यास यकीनन एक युग का अंत है, पर उनकी विरासत हमेशा अमर रहेगी।

 

 

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